प्रकाशितवाक्य 11:12 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान12 तेखअ बोलअ तिन्नां दूई मणछा लै स्वर्गा का ज़ोरै एक बैण, “उझै एछा इधा लै!” इहअ शूणीं करै उखल़ै तिंयां बादल़ा दी शुंआर हई करै आपणैं दुशमणे हेरदी-हेरदी स्वर्गा लै। Faic an caibideilकुल्वी12 होर तिन्हां न स्वर्गा न एक बड़ा शब्द शुणुआ कि, “औखै ऊझै एज़ा।” ऐण्ढा शुणिया ते बादलै री सवारी होईया आपणै बैरी रै हेरदै-हेरदै स्वर्गा पैंधै च़ढ़ै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम12 तेबा त्याह स्वर्ग का एक बडअ शब्द शुणु थी अखे उझे ईच्छ। एता शूणी करे त्याह बादला में बेठे होर आपणे शत्रु हेरदे-हेरदे सर्गा वै नाठे। Faic an caibideil |
इना गल्ला भाल़णैं का बाद शुझुअ मुखा स्वर्गै एक घुआल़ी दुआर। तेखअ शूणअ मंऐं कि मुल्है आसा कुंण बोलदअ लागअ द और सह आसा त सह ई ज़ुंणी मुंह संघै पैहलै गल्ला की ती और ज़सरै बोल नादा ज़िहै तै। तेखअ बोलअ तेऊ मुल्है, “उझै एछ इधा लै, और मुंह रहैऊंणीं ताखा तिंयां गल्ला, ज़ुंण आजू पाक्कै दी हणीं।” (प्रगट की दी गल्ला 22:6)