प्रकाशितवाक्य 1:20 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान20 तिन्नां साता तारैओ भेद, ज़ुंण तंऐं मेरै दैहणै हाथै भाल़ै, और तिन्नां साता सुन्नें सदीएओ भेद। तिंयां सात तारै आसा साता मंडल़ीए स्वर्ग दूत और तिंयां सात सदीऐ आसा सात विश्वासीए मंडल़ी।” Faic an caibideilकुल्वी20 ऐबै मूँ दसणै कि मेरै दैहिणै हौथा न सौत तारै रा मतलब कि सा, होर सौत सुनै रै दीवटा रा कि मतलब सा ज़ो पैहलै नी जाणू। ऐ मतलब सा सौत दीवट सौत मण्डली सी होर सौत सितारे सौत मण्डली रै स्वर्गदूत सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम20 होर त्याह साता तारे रा भेदा रा मतलब जोह तांए मेरे दाहिणे हाथ री, होर त्याह साता दिबटा रा मतलब त्याह सात तारे, साता कलीसिया रे स्वर्गदूत साहा, होर त्याह सात दिबट सात कलीसिया साहा। Faic an caibideil |
हुंह युहन्ना लिखा एता तम्हां विश्वासी लै ज़ुंण एशिया लाक्कै साता मंडल़ी दी आसा। हुंह करा एही प्राथणां कि तम्हां लोल़ी परमेशरा का जश और शांती भेटी। सह आसा इहअ परमेशर ज़ुंण सदा तिहअ ई रहा, सह ज़ुंण आझ़ आसा, आझ़ा का पैहलै त और आजू बी रहणअ। तिन्नां साता आत्मां बाखा बी लोल़ी झींण और शांती भेटी ज़ुंण तेऊए राज़गादी सम्हनै आसा