फिलिप्पी 2:20 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान20 किल्हैकि मुखा निं इहै सभाबो कोहै आथी ज़ुंण शुचै मनैं थारअ फिकर करे। Faic an caibideilकुल्वी20 किबैकि मूँ हागै ऐण्ढै स्वभावा रा कोई नी ऑथि, ज़ुण च़ोखै मने तुसा री चिंता केरला। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम20 किबेकि महा सेटा एउ स्वभावा रे कोहे नांई जोह सचे मना का थारी चिन्ता करे। Faic an caibideil |
पर तिमुतुस, तंऐं किअ तिहअ ई ज़िहअ मंऐं ताखा सखाऊअ त। तंऐं भाल़अ कि हुंह केही ज़िन्दगी ज़िऊआ। तंऐं भाल़अ कि हुंह परमेशरे सेऊआ केही च़ाहा करनी और तेऊ दी मेरअ किहअ पाक्कअ भरोस्सअ आसा। तंऐं भाल़अ कि हुंह आपणीं दुख-तकलिफी दी बी किहअ शांत रहा। तंऐं भाल़अ कि हुंह परमेशर और होरी विश्वासी संघै केही झ़ूरी करा। तंऐं भाल़अ कि कठण घल़ी बी हुंह किहअ रहा परमेशरे सेऊआ च़ाकरी दी लागी।