मरकुस 3:28 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान28 “हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त कि मणछे सोभ पाप और निंदा हणैं माफ, Faic an caibideilकुल्वी28 “हांऊँ तुसाबै सच़ बोला सा, कि लोका रै सैभ पाप होर परमेश्वरा री निन्दा ज़ो ते केरा सी माफ केरिनै, अगर ते पश्चाताप केरलै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम28 हाऊं तमा कै सच-सच बोल्दा की मणश चाहे जोह पाप होर निन्दा जोह त्याह करदा माफ हूणी, Faic an caibideil |