मरकुस 16:17 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान17 “विश्वासा करनै आल़े हणैं ईंयां नछ़ैण, कि तिन्नां काढणैं मेरै नांओंआं करै मणछा का भूत पोर्ही और तिन्नां बोल़णीं नऊंईं-नऊंईं भाषा। Faic an caibideilकुल्वी17 होर बशाह केरनु आल़ै री तैंईंयैं ऐ नशाण कि तिन्हां मेरै नाँ न बुरी आत्माएँ खोलणी; नोंऊँई-नोंऊँई भाषा बोलणी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम17 बुशाहा करन आले में यह चिन्ह हुणअ की त्याह मेरे ना का दुष्टात्मा काड़नी, नऊंईं-नऊंईं भाषा बोलणी , Faic an caibideil |
पबित्र आत्मां दैआ एकी मणछा लै च़मत्कार करने शगती और दुजै लै दैआ परमेशरो समाद खोज़णेंओ बरदान; और एकी होरी लै दैआ एसा गल्ला परखणैंओ बरदान कि ज़ुंण बरदान आसा सह पबित्र आत्मां का आसा कि बूरी आत्मां का आसा। एकी मणछा लै दैआ सह कई रंगे भाषा-बोली बोल़णैंओ गूण ज़ुंण तेऊ कधि निं होए शिखल़ी दी, और कई लै दैआ सह तैहा भाषा-बोलीओ मतलब खोज़णेंओ गूण ज़ुंण तेऊ कधि निं शिखल़ी।