मरकुस 14:70 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान70 पर पतरस हुधूअ भी। थोल़ी घल़ी बाद बोलअ तिन्नैं बी ज़ुंण तेऊ नेल़ तै खल़्हुऐ दै, “तूह आसा पाक्कै दी तिन्नां ई मांझ़ै कुंण एक किल्हैकि तेरी गल्ला का ज़ाण्हिंआं कि तूह आसा गलील लाक्कै का?” Faic an caibideilकुल्वी70 पतरसै फिरी नाँह केरू। तैबै थोड़ी देरा बाद तौखै खड़ै हुऐदै लोकै पतरस हेरू होर बोलू, “पक्का तू बी तिन्हां न एक सा किबैकि तू बी गलीला रा सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम70 पर सह भी मुकरु। थोड़ी देरी बाद ज़ो तेऊ संघे खड़े थी, त्याहे भी पतरसा बे बोलू, जरुर तूह त्याह में का एक साहा; किबेकी तूह गलीली भी साहा। Faic an caibideil |