मरकुस 11:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3 ज़ै तम्हां का कुंण पुछ़े कि तम्हैं अह किल्है लाअ निंईं? ता तम्हैं बोलै तिन्नां लै इहअ कि प्रभू पल़ी एते गरज़ तेखअ हेरनअ सह तेऊ तेभी तम्हां लै दैई।” Faic an caibideilकुल्वी3 अगर तुसा न कोई पुछ़ला, ऐ किबै बोला सी? ता बोलीत्, ‘प्रभु बै ऐईरी ज़रूरत सा,’ होर तेई सौ फट औखै भेजणा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 अगर तमाबे कोई कुछ बोल्ले, यह किबे लाऊ खोलणअ? तमे ऐडा बोले, कि प्रभु एतकी जरूत साहा, होर तेऊ यह छेकअ इंदा वै भेज़णअ। Faic an caibideil |