मत्ती 7:12 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान12 ठीक इहअ ई, ज़िहअ तम्हैं च़ाहा कि होर मणछ तम्हां संघै करे, तम्हैं बी करा तिन्नां संघै तिहअ ई। परमेशरे गूरै बी आसा बधाना दी ईंयां ई ज्ञैन खोज़ै दै। Faic an caibideilकुल्वी12 ज़ैण्ढा बर्ताव तुसै होरी न च़ाहा सी तुसै भी तिन्हां सैंघै तैण्ढाऐ बर्ताव केरा। मूसै रा बिधान होर भविष्यवाणी केरनु आल़ा भी ऐण्ढी शिक्षा देआ सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम12 “हर वक्ते दूजे संघे आपु जेड़ा व्यवहार चाहन्दा की तमे भी त्याह जेड़ा तेडहा ही बर्ताप करा; किबेकि परमेशवरा री व्यवस्था होर भविष्यद्वक्ता री यह शिक्षा साहा।” Faic an caibideil |