मत्ती 6:9 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान9 तम्हैं करै एऊ साबै प्राथणां (लुका 11:2) ‘हे परमेशर म्हारै बाप्पू, तूह ज़ुंण स्वर्गै आसा, सोभी लोल़ी तेरै पबित्र नांओंए कदर की, Faic an caibideilकुल्वी9 “तुसै ऐसा रीतियै प्रार्थना केरीत् “ओ आसरै पिता ज़ी, ज़ो तू स्वर्गा न सा, तेरा नाँ पवित्र मनुआ लोड़ी, Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम9 तमे एसा रीति संघे प्रार्थना करे करा: हे महारे बापू, तूह जोह सरगा में साहा; तेरा ना पवित्र मनु लोडी। Faic an caibideil |
ज़ेभै तम्हैं प्राथणां करा, तम्हैं बोला परमेशरा लै आपणअ बाप्पू। पर एसा गल्ला डाहा आद कि सह निं कोही लै भेदभाब करदअ। सह करा हरेकी मणछो न्याय तिन्नें कामां भाल़ी। तै ज़ेभै तैणीं तम्हैं एसा पृथूई दी परदेसी ज़िहै आसा, तम्हां लागा परमेशरो अदर डाही करै ज़िन्दगी ज़िऊंणीं। (2 इतिहास 19:7; भज़न; 28:4; याशायाह 59:18; यिर्मयाह 3:19; 17:10)