मत्ती 5:44 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान44 “पर हुंह बोला तम्हां लै इहअ कि आपणैं दुशमणा संघै डाहै झ़ूरी। ज़ुंण ताल्है दुख तकलिफ दैआ, तेऊ लै करै प्राथणां। Faic an caibideilकुल्वी44 पर हांऊँ तुसाबै बोला सा कि आपणै बैरी सैंघै भी झ़ुरी रखा होर ज़ुणा तुसाबै तंग केरा सी तिन्हरी तैंईंयैं प्रार्थना केरा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम44 पर हाऊं तमाबे यह बोला कि आपणे बईरी संघे प्रेम डाहा होर आपणे सताउणे आलए बै प्रार्थना करा, Faic an caibideil |