मत्ती 27:53 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान53 और ज़िऊई करै नाठै तिंयां पबित्र नगरी लै और बडै भारी लोगा का तिंयां शुझुऐ बी। Faic an caibideilकुल्वी53 ते कब्रा न निकतै होर यीशु रै ज़िन्दै होंणै न बाद शैहरा होर ग्राँ न बोहू सारै न हेरूऐ। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम53 होर तेऊरे जिऊदे हूँणे बाद त्या कब्रा मेंज़ा का निखल़ी करे पवित्र नगरा में नाठे होर बहू त्या हेरी। Faic an caibideil |