मत्ती 24:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3 ज़ांऊं ईशू जैतून धारा दी त बेठअ द, ता च़ेल्लै बोलअ कांगनरांगै ईशू सेटा एछी करै, “हाम्हां का खोज़ कि ईंयां गल्ला केभै हणीं? तेरै एछणेंओ और एऊ संसारा खतम हणैंओ कै नछ़ैण हणअ?” Faic an caibideilकुल्वी3 ज़ैबै सौ जैतून ढौगा पैंधै बेठा ती ता च़ेले तेई हागै एज़िया बोलू, “आसाबै दैस कि ऐ गैला कैबै होंणी? होर तेरै ऐणै री, कि नशाणी होंणी? होर दुनियै रै आखरी होंणै री कि नशाणी होंणी?” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 जेबा सह जैतूना पहाडा पैंदे बेठअ दअ थी, तेबा चेले एकान्ता में तेऊ सेटा इच्छी करे बोलू, हामा बे खोझ कि या गला कधु हूँणी? तेरे ईहंणे रा होर संसारा रा अन्त रा कैह चिन्ह हूँणा? Faic an caibideil |