मत्ती 23:24 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान24 हे कांणै मुखियेओ, तम्हैं आपणैं रबाज़े होछ़ी-होछ़ी गल्ला मनणा लै आसा तम्हैं आजू और परमेशरो बडअ हुकम निं तम्हैं मंदै अह आसा एही गल्ल कि फेऊल़ै ता काढा तम्हैं पोर्ही पर ऊँट पाआ तम्हैं घुटी। Faic an caibideilकुल्वी24 ओ कांणै धर्मगुरूओ, पाणी पींदी घेरै तुसै मच्छरा बै बड़ै ध्याना सैंघै छ़ाना सी पर मूसै रै बिधाना रै मुताबक बड़ी गैला बै ता टाल़ा सी ज़ो तुसरी तैंईंयैं ऊँटा बै निंगल़नै सांही सा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम24 हे काणे गुरुओ, तमा मच्छरा तेता का छाना, पर ऊंटा तेता में का निगल़ा। Faic an caibideil |