मत्ती 20:2 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान2 संघा छ़ाडै तेऊ मज़दूर इहअ खोज़ी करै कि पूरी धैल़ीए केतरी मज़दूरी भेटणीं, तेते साबै बगिच़ै लै कामां करदै। Faic an caibideilकुल्वी2 तेइयै मज़दूरा बै एक रोज़ा री धिहाड़ी पैंधै रखिया ते अँगूरा रै बगीच़ै बै कोम केरदै भेज़ै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम2 तेऊ मजदूरा का एक दीनार धयाडी री मजदूरी रोज की डाही होर त्या आपणी दाखा री बारी में भेजी। Faic an caibideil |