मत्ती 18:5 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान5 “ज़ुंण बी मेरै नांओंआं करै एक इहै लान्हें कदर करा सह करा मेरी कदर। Faic an caibideilकुल्वी5 ज़ुण मेरी तैंईंयैं ऐण्ढै शोहरू बै ग्रहण केरा सा सौ मुँभै ग्रहण केरा सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम5 होर जोह कोई मेरे ना का एक एडे बालका ग्रहण करा सह महा ग्रहण करा। Faic an caibideil |