मत्ती 16:27 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान27 “हुंह मणछो शोहरू एछणअ आपणैं स्वर्ग दूता संघै आपणैं बाप्पूए प्रतपा और तैहा घल़ी भेटणअ हर एकी तेऊए कामें साबै फल। Faic an caibideilकुल्वी27 मांहणु रा बेटा स्वर्गदूता सैंघै परमेश्वरै री महिमा न ऐणा होर तेई बौगत तेई हर एक मांहणु रा तिन्हरै कर्मा रै मुताबक फैसला केरना कि कुणी बै कि ईनाम देणा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम27 मणशा रअ शोहरू आपणे स्वर्गदूते संघे आपणे बापू री महिमा में इहंणा, होर तेऊ वक्त तेऊ हर एकु बे तेऊरे कामा रे साबे ईनाम दींणा। Faic an caibideil |
“ज़ै तम्हैं मुंह आपणअ प्रभू मनणै और मेरी शिक्षा मनणै का इहअ एसा डरै हुधिए कि एऊ ज़मानें पापी और कंज़रै लोगा करनअ थारअ सुहांग, तै हुधणअ तेभै मुंह मणछे शोहरू बी कि तम्हैं निं मेरै च़ेल्लै आथी ज़ेभै हुंह आपणैं पबित्र स्वर्ग दूता संघै पृथूई दी फिरी एछणअ। तेभै भाल़णअ सोभी मेरअ प्रतप ज़िहअ मेरै बाप्पूओ आसा।”
ज़ेभै तम्हैं प्राथणां करा, तम्हैं बोला परमेशरा लै आपणअ बाप्पू। पर एसा गल्ला डाहा आद कि सह निं कोही लै भेदभाब करदअ। सह करा हरेकी मणछो न्याय तिन्नें कामां भाल़ी। तै ज़ेभै तैणीं तम्हैं एसा पृथूई दी परदेसी ज़िहै आसा, तम्हां लागा परमेशरो अदर डाही करै ज़िन्दगी ज़िऊंणीं। (2 इतिहास 19:7; भज़न; 28:4; याशायाह 59:18; यिर्मयाह 3:19; 17:10)
तेखअ भाल़ै मंऐं मूंऐं दै लोग, कै होछ़ै कै बडै तिंयां तै राज़गादी आजू खल़्हुऐ दै। ज़ुंण मूंऐं दै लोग समुंदरै आसा डुबै दै, ज़ुंण मरी करै घोरी आसा दाबै दै, तिंयां सोभै लोग ज़ुंण मूंऐं दै रहणें ज़ैगा आसा तिंयां सोभ खल़्हुऐ राज़गादी सम्हनै। तेखअ खोल्ही तिधी ज़िन्दगीए कताब और होर बी कई कताबा। मूंऐं दै मणछो न्याय हुअ तिन्नें तेसा कताबा दी लिखै दै तेते साबै ज़ुंण तिन्नैं आपणीं ज़िन्दगी दी किअ। तिन्नों न्याय हणअ तिन्नें कामें साबै। (दानिएल 7:10)