मत्ती 15:20 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान20 इना ई गल्ला करै लागा मणछा छ़ोत, हाथा धोऐ बाझ़ी रोटी खाई करै निं मणछा छ़ोत लागदी।” Faic an caibideilकुल्वी20 इन्हरी बजहा न मांहणु बै छ़ोत लागा सा। हौथ धोऐ बगैर रोटी खाँणै सैंघै कोई छ़ोत नी होंदी।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम20 यह ही साहा जोह मणशा अशुद्ध करा, पर बिना हाथ धोए रोटी खांणी मणशा अशुद्ध नांई करदा। Faic an caibideil |
“पर ज़ुंण मुंह दी भरोस्सअ नांईं डाहे, तिंयां पाणै ज़ोरा-ज़ोरी तेऊ समुंदरा दी ज़ुंण गंधका करै ज़ल़ा, सह आसा दुजी मौत। अह इहअ नतिज़अ हणअ तिन्नां लोगो बी ज़ुंण होरी लोगा सम्हनै मेरअ नांअ लणै का डरा, ज़ुंण बूरै काम करा, ज़ुंण होरी मारी पाआ, ज़ुंण कंज़रैई करा, ज़ुंण ज़ादू करा, मुर्तिए पूज़ा करा और झ़ुठअ बोला।” (1 कुरिन्थी 6:9-10; इफिसी 5:5)