मत्ती 10:33 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान33 पर ज़ुंण मेरै बारै होरी मणछा मेरै बारै हुधिए, तेऊ लै हुधणअ मुंह बी स्वर्गै आपणैं बाप्पू परमेशरा सम्हनै। Faic an caibideilकुल्वी33 पर ज़ुण मांहणु सामनै मेरा नाँह केरा सा तेइबै मूँ भी आपणै स्वर्गीय बापू रै सामनै तेइरा नाँह केरना। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम33 पर जोह कोई मणशा रे सामने मेरा नांई करलो, तेबा महा भी आपणे स्वर्गीय बापू रे सामने नांई करना। Faic an caibideil |
“ज़ै तम्हैं मुंह आपणअ प्रभू मनणै और मेरी शिक्षा मनणै का इहअ एसा डरै हुधिए कि एऊ ज़मानें पापी और कंज़रै लोगा करनअ थारअ सुहांग, तै हुधणअ तेभै मुंह मणछे शोहरू बी कि तम्हैं निं मेरै च़ेल्लै आथी ज़ेभै हुंह आपणैं पबित्र स्वर्ग दूता संघै पृथूई दी फिरी एछणअ। तेभै भाल़णअ सोभी मेरअ प्रतप ज़िहअ मेरै बाप्पूओ आसा।”
ज़िहै खास्सी साला पैहलै झ़ुठै गूर निखल़ै तै, तिहै ई निखल़णैं झ़ुठी शिक्षा दैणैं आल़ै तम्हां मांझ़ै। तिन्नां पाणै लोग झ़ुठी शिक्षा करै मसीहा दी विश्वास करनै का कबाता। तिन्नां झ़ुठी शिक्षा दैणैं आल़ै निं ईशू मसीहा आपणअ मालक मंदै ज़ुंणी तिंयां पापे शगती का आज़ाद किऐ। इहअ करै हणैं तिंयां आप्पू ई नभैऊशै बरैबाद।