मत्ती 10:29 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान29 “एकी चाम्बे ढबै करै कै दूई च़ेल्ली निं बिकदी? ज़ै तिन्नां मांझ़ै एक बी पृथूई दी पल़ी करै मरे ता परमेशरा हआ तेतो बी थोघ। किल्हैकि परमेशर आसा सोभी गल्ला ज़ाणनै आल़अ। Faic an caibideilकुल्वी29 च़िड़ू रै बारै न सोच़ा तिन्हरी कीमत कम सा कि तुसै एक ढैबुऐ न दूई च़िड़ू बै खरीदी सका सी। पर ज़ैबै कोई च़िड़ू ज़मीना बै औल़ा सा होर मौरा सा, तुसरा परमेश्वर ज़ाणा सा, कि सौ हर चीज़ै री परवाह केरा सा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम29 कैह ढबे में दुई चेली नांई बिकती? तेबा भी थारे बापू री इच्छा रे बिना त्याह मेज़ा का एक भी धरती पैंदे नांई पड़ी सकतअ। Faic an caibideil |