लुका 2:37 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान37 सह आसा ती चरैसी साला ओर्ही बिधबा और सह रहा ती मांदरै ई। सह रहा ती ब्रत और प्राथणां करी करै तिधी एछी राची धैल़ी भगती करदी लागी। Faic an caibideilकुल्वी37 तेसरी उम्र चौरासी बौर्ष ती होर सौ हाज़ी बी विधवा ती। सौ मन्दिरा बै छ़ौड़िआ कोइँछ़ै नी ती ज़ाँदी। सौ रात ध्याड़ व्रत रखिया होर प्रार्थना केरिया मन्दिरा न परमेश्वरै री पूजा केरा ती। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम37 सह चौरासी साला कअ बिधबा थी। होर मंदिरा मे सेवा करनी नांई छाड़दी थी, पर ब्रत होर प्रार्थना करी करे राच धयाड नमस्ते करदा थी। Faic an caibideil |
ज़ुंण ज़िते सह बणांणअ मुंह परमेशरे मांदरै एक थाम्ह, और सह निं भी कधि बागै निखल़णअ, और मुंह आपणैं परमेशरो नांअ और आपणैं परमेशरे नगरी पबित्र ज़ैगा, मतलब-नऊंऐं येरुशलेम मांदरो नांअ ज़ुंण मेरै परमेशरा सेटा स्वर्गा का एछणैं आल़अ आसा, आपणअ नऊंअ नांअ लिखणअ मुंह तेऊ दी। (प्रगट की दी गल्ला 21:2; याशायाह 65:15; यजकेल 48:35)