लुका 17:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 तेखअ बोलअ ईशू आपणैं च़ेल्लै लै, “परिक्षा रहा ज़िन्दगी दी एछदी लागी पर तेऊ मणछा लै एछणी खरी! ज़ुंण दुजै का बी पाप कराऊआ। Faic an caibideilकुल्वी1 एक रोज़ यीशुऐ आपणै च़ेले बै बोलू, “होई नी सकदा कि ठोकर नैंई लोड़ी लागी, पर हाय सा तेई मांहणु पैंधै ज़ुणी बजहा मुश्किला एज़ा सी! Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 तेबा तेऊ आपणे चेले वै बोलू; एडा होई नांई सकदा कि ठोकर नांई लागे, पर हाय, तेऊ मन्शा वै जासकी बजहा संघे परीक्षा में सह पड़ा। Faic an caibideil |
“पर मुखा शुझुई ताह दी एही गलती कि ताह सेटा आसा कई इहै, तूह निं तिन्नां लोगा आप्पू का दूर करदी ज़ुंण बलाम गूरा ज़ेही झ़ुठी शिक्षा दैआ। बलाम गूरै किऐ तै बलाक राज़ै का बोली करै इस्राएली लोग पाप करना लै मज़बूर। तेऊ दैनी ती तिन्नां लै मुर्ति सेटा किऐ दै बल़ीदान की दी च़िज़ा खाणें शिक्षा और कंज़रैई दी ज़िऊंणां लै। (2 पतरस 2:15; गणांई 31:16)