लुका 15:8 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान8 “या एही कुंण बेटल़ी होए कि ज़हा का दस सिक्कै होए, और तेता मांझ़ा का एक शोठिए; और सह लाटू ज़ाल़ी करै झाल़ी-ठुल़्हकी करै ज़ेभै तैणीं सह नांईं भेटे, तेभै तैणीं रहा सह लोल़ी लागी। Faic an caibideilकुल्वी8 “तुसा मोंझ़ै कुण ऐण्ढी बेटड़ी सा ज़ौस हागै दस सिक्कै सी होर तेथा न एक सिक्का राहिला होर सौ बेटड़ी लाम्प पकेइया होर घौरा बै झाड़ी-बुहारिया तेई सिक्कै बै ताँ तैंईंयैं नी तोपली ज़ाँ तैंईंयैं कि सौ नी मिलला। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम8 यह एडी कूण बेटड़ी हुणी की ज़ासरे दस सिक्के सा होर त्याह में एक गोझू; तेबा सह बेटड़ी सजीए जाली करे होर पुरे घरा हेजी बुहारी करे, जेबरे तणी तेसा सह भेटअ नांई, जी लाई करे लोडदी ना रहे। Faic an caibideil |