लुका 15:32 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान32 पर एभै लोल़ी ती तंऐं बी खुशी मनाऊंईं, भाल़, तेरअ भाऊ गअ त मरी और अह हुअ ऐबै भी ज़िऊंदअ, अह त लुक्कअ द और ऐबै भेटअ अह भी।’” Faic an caibideilकुल्वी32 पर आसा ऐई रोज़ा न खुशी मनाणी किबैकि तेरा ऐ भाई ज़ो मूँआदा ती ऐबै ज़िन्दा हुआ सा; होर ज़ुण कि राहुआदा ती ऐबै मिलूदा सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम32 पर एबरे खुशी होर मगन हुणे रा वक्त सा; किबेकि यह तेरअ भाई मुंअ थी, एबा जिऊंदअ होऊ; गोझू थी एबा भेटअ। Faic an caibideil |