लुका 11:44 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान44 तम्हां लै एछणी बडी भारी खरी! किल्हैकि तम्हैं आसा ज़िहै घोरी दाबै दै मुल्दै ज़िहै, ज़हा प्रैंदा बाती लोग हांढा पर तिन्नां का निं थोघ हंदअ।” Faic an caibideilकुल्वी44 हाय सा! तुसा पैंधै किबैकि तुसै तिन्हां पौथुइदी कब्रा सांही सी ज़ुणी पैंधै निशाण नी ऑथि। लोका तिन्हां पैंधै च़ला सी पर ते तिन्हां कब्रै रै बारै न नी ज़ाणदै होर छ़ोत लागा सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम44 हाय तमा वै किबेकि तमे दबाई दी कब्रा रे बराबर साहा, ज़ासु प्रंदे लोका हांडा होर तेतके बारे में नाई जानदे। Faic an caibideil |
एता भाल़ी बोलअ पल़सी हनन्याह लै, “परमेशरा दैणीं ताल्है एसा गल्ला पिछ़ू आप्पै सज़ा, तूह आसा न्याय आसना दी मेरै फैंसलै करदअ तेऊ बधाना करै लागअ द ज़ुंण परमेशरै आपणैं गूर मुसा लै दैनअ। पर आप्पू निं तूह तेऊ बधाना मंदअ! किल्हैकि, ज़ै मेरी किज़ै गलती ई निं निखल़ी ता तंऐं किल्है बोलअ, ‘एऊए मुंहैं बाहा च़ैंडै?’” (लेबी बधान 19:15; यजकेल 13:10-15)