लुका 10:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 तैहीता नां तम्हैं ढबैओ थैलू निंईं, नां झ़ोल़ी, नां पोलल़ै और नां ता बाता हांढदी राज़ी-खुशी पुछ़णा लै बगत बरैबाद करी। (मत्ती 10:9; 2 राज़ा 4:29) Faic an caibideilकुल्वी4 तुसै ज़ांदी घेरै आपु सैंघै न ढैबुऐ, न झोल़ा किछ़ मतेईत् पांदै औखै तैंईंयैं कि बूटै री भी दुई ज़ोड़ी मतेइत् पांदै। बौता न ज़ांदी घेरै कौसी बै नमस्कार हेरेईत केरदै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 तेबा नाह बटु, नाह झोली, नाहा बूट; होर नाह बाता कासी वै नमस्ते करे। Faic an caibideil |