युहन्ना 6:40 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान40 “ज़ुंणी हुंह संसारा लै छ़ाडअ, तेऊए मरज़ी आसा एही कि ज़ुंण शोहरू भाल़े, और तेऊ दी भरोस्सअ करे, तेऊ लोल़ी भेटअ सदा रहणैं आल़ी ज़िन्दगी; और मुंह करनअ सह प्रल़या हणें धैल़ी खिरी भी ज़िऊंदअ।” Faic an caibideilकुल्वी40 किबैकि मेरै बापू री ऐ इच्छा सा कि ज़े कोई बेटै बै हेरला होर तेई पैंधै बशाह केरला, तेई हमेशा री ज़िन्दगी पाणी सा, मूँ सौ आखरी रोजा न होरी घेरै जियाणा (ज़िन्दा केरना) सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम40 किबेकि मेरे बापू री यह इच्छा साहा कि जोह कोई शोहरू भाले होर बुशाह करे, होर अनन्त जीबन पाए; होर माँह तेसा आखिरी धियाड़ी भी जिऊंदे करी दीणअ। Faic an caibideil |