युहन्ना 5:44 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान44 “तम्हैं च़ाहा एकी दुजै का अदर। पर ज़ुंण अदर पबित्र परमेशरा का एछा, तेऊ निं च़ाहंदै, नां कोई गल्लो विश्वास करदै! Faic an caibideilकुल्वी44 तुसै ज़ुण ऐकी-दुज़ै न आदर चाहा सी होर सौ आदर ज़ुण परमेश्वरा धिरै न सा, तेई नैंई च़ाँहदै, ता तुसै कुणी तरीकै न बशाह केरी सका सी? Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम44 तमे जोह एकु दूजे का आदर चाहंदा होर माईं सह आदर जोह एकमात्र परमेश्वरा री तरफा का साहा, चाँहंदा, कि कासु साबे बुशाह करी सके? Faic an caibideil |
इना दुखो मकसद हआ कि थारअ विश्वास परमेशरा दी पाक्कअ शुझिए। थारअ ईशू मसीहा दी विश्वास आसा सुन्नैं का बी खास्सअ किम्मती। ज़ुंण बरैबाद बी सका हई तेऊ सुन्नैं बी परखा और आगी करै करा तेऊ शुचै, ज़ै थारअ विश्वास परखणैं और दुखा दी पाक्कअ रहे, एता करै भेटणीं तम्हां तैहा धैल़ी खास्सी खुशी, प्रतप और अदर ज़ेभै ईशू मसीहा सारै संसारा दी प्रगट हणअ। (याकूब 1:12; आयूब 23:10; भज़न 66:10; याशायाह; 48:10)