युहन्ना 3:8 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान8 बागरी ज़ेथ बाखा डेऊणअ च़ाहा तेथ बाखा डेओआ, ताखा शुणिआं तेते सिधी छ़ेल़। पर ताखा निं थोघ कि सह किधा का एछा और सह किधा लै डेओआ? एसा गल्ला निं समझ़ाऊई सकदै कि मणछ पबित्र आत्मां करै किहअ करै लआ ज़ल्म।” (सैणें ज्ञैन 11:5) Faic an caibideilकुल्वी8 बागर ज़ौखै चाहा सा तौखै ज़ा सा होर तू तेसरी छेड़ शुणा सा, पर नी ज़ाणदा कि सौ कौखै न एज़ा सा होर कौखै बै जा सा? ज़ो कोई पवित्र आत्मा न जन्मा सा सौ ऐण्ढा सा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम8 बागुर ज़ेसी चाहंदा तेसी ही चला होर तूह तेसकी छेहढ शूणा, पर यह नांई ज़ाणदअ कि यह कंदा का ईहदा होर कंधा बे नाहंदा? जोह कोई आत्मा का जमुदअ साहा ऐडा ही साहा दा। Faic an caibideil |