युहन्ना 14:31 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान31 पर अह हणअ तै कि संसारे लोगा का थोघ लागे कि हुंह डाहा बाप्पू संघै झ़ूरी, और ज़िहअ बाप्पू मुल्है ढेअ करा, हुंह करा तिहअ ई। उझ़िआ, इधा का च़ाल्ला।” Faic an caibideilकुल्वी31 पर ऐ तैबै होआ सा कि दुनियां जाणली कि हांऊँ बापू सैंघै झ़ुरी डाआ सा होर बापूऐ मुँभै हुक्म धिना सा हांऊँ तैण्ढाऐ केरा सा। उठा, औखै न ज़ाणा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम31 पर यह ऐतकी तणी हुंदा कि संसार ज़ाणे कि हाऊं बापू संघे प्रेम डाहंदा, होर जेडी बापू महा बे आज्ञा दिंनी हाऊं तेहडा ही करा। उठा, अखा का नाहंणा। Faic an caibideil |