युहन्ना 10:28 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान28 हुंह दैआ तिन्नां लै सदा रहणैं आल़ी ज़िन्दगी। तिन्नां निं मेरै हाथा का कोहै छ़ड़ैऊई सकदअ। Faic an caibideilकुल्वी28 होर हांऊँ तिन्हां बै हमेशा री ज़िन्दगी देआ सा। तिन्हां कैधी भी नाश नैंई होंणा, होर कोई तिन्हां बै मेरै हौथा न छड़ाई नी सकदा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम28 होर हाऊं तयाबे अनन्त जीबन दिंदा। त्या कधी नष्ट नांई हुँणी, होर त्या कासी मेरे हाथा का नांई छीनणी। Faic an caibideil |