युहन्ना 1:30 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान30 “अह आसा सह ई ज़सरै बारै मंऐं बोलअ त कि एक मणछ एछणअ मुंह पिछ़ू, ज़ुंण मुखा बडअ आसा किल्हैकि सह आसा त मुखा पैहलै। Faic an caibideilकुल्वी30 ऐ सौऐ सा ज़ुणिरै बारै न मैं बोलू ती; एक मांहणु मूँ न पिछ़ै ऐणा सा, ज़ो मूँ न भी बड़ा सा, किबैकि सौ मूँ न पैहलै ती। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम30 यह सह साहा जासू रे बारे में माँईए बोलू, एक मणश माँह पीछे ईंन्धा जोह माँह का बडअ साहदअ, किबेकी सह माँह का पहिले थी। Faic an caibideil |
और युहन्ना तिन्नां लै ज़बाब दैनअ, “हुंह ता दैआ तम्हां लै पाणीं दी डुबकी; पर सह आसा एछणैं आल़अ ज़ुंण मुंह बाद एछणैं आल़अ आसा, सह आसा सोभी का महान और इधी तैणीं कि हुंह निं तेऊ सेटा एता जोगी बी आथी कि हुंह तेऊए पोलल़ै खोल्हणैं च़ाकरी करनै आल़अ टैहलू बणीं सकूं। तेऊ दैणअ तम्हां लै पबित्र आत्मां और आगी दी डुबकी।