इब्रानी 6:11 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान11 पर हाम्हैं च़ाहा इहअ कि ज़ेभै तैणीं तम्हैं ज़िऊंदै रहे तेभै तैणीं डाहा सोभी संघै झ़ूरी और इना भलै कामां रहा करदै लागी। ताकि तम्हां निहंचअ होए कि ज़ेते तम्हैं आशा डाहा सह हणीं पूरी। Faic an caibideilकुल्वी11 आसरी बड़ी इच्छा ऐ सा कि ज़ैबै तैंईंयैं ज़िन्दै सी, तैबै तैंईंयैं तुसै प्यारा सैंघै कोम केरदै रौहा, ताकि तुसै पक्का होई सकलै कि तुसाबै ज़ो आश केरी सा, सौ सच़ होंणी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम11 पर हामे बहू चाहंदा कि तमा मेंज़ा का हर एक मणश अन्त तणी पूरी आशा री तणी उत्साह करदअ रहे। Faic an caibideil |