इब्रानी 5:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 ज़ेभै परमेशर माहा परोहित बणांआ, सह छ़ांटा एक मणछ लोगा मांझ़ा का। एऊ मणछा लागा लोगे तैणीं परमेशरे सेऊआ करनी, सह दैआ परमेशरा लै लोगे भैंट और बल़ीदान ताकि तिन्नें पाप माफ होए। Faic an caibideilकुल्वी1 परमेश्वर हर एक महापुरोहिता बै इस्राएली रै लोका मौंझ़ै न चुना सा होर तेइयै लोका री तरफा न आपणी सेवा केरनै री तैंईंयैं महापुरोहित छाँटा सा। कि तै पापा री माफ़ी री तैंईंयैं भेंट होर बलि च़ढ़ाई सकलै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 किबेकि हर एक महायाजक मणशा मे का ही हुँदा होर मणशा बे ही त्या गला रे बारे में जोह परमेश्वरे संघा सम्बन्ध डाहंदा ठराउंदा कि भेंट होर पाप बलि चढाए करे। Faic an caibideil |