इब्रानी 1:12 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान12 “ताह च़फल़णै तिंयां दोहल़ू ज़िहै (इब्रानी 13:8; भज़न 102:25-26) और तिंयां करनै ताह तिहै नऊंऐं ज़िहै हाम्हैं पराणैं झिकल़ै बदल़ा। पर तूह रहणअ सदा ज़िहअ कै तिहअ और तेरी अमर निं कधि खतम हणीं।” Faic an caibideilकुल्वी12 होर तौ ते च़ादरा सांही लपेटणै; तिन्हां झिकड़ै सांही बदलिणा। पर तू हमेशा सौहै सा, होर तौ हमेशा ज़िन्दै रौहणा।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम12 होर ताह त्या चादरा साही पल़टेणे, होर त्या झिकड़े साही बदल़ने, पर तूह सहे साहा होर तेरे बर्षा रा अन्त नांई हूँणअ। Faic an caibideil |