गलातियों 5:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 तम्हैं ज़ुंण मुसा गूरे बधाना मनी करै परमेशरा संघै धर्मीं हणअ च़ाहा, तम्हैं गऐ मसीहा का ज़ुदै हई और तम्हैं गऐ तेऊ जशा का बी दूर हई ज़ेता करै परमेशरै तम्हैं धर्मीं बणांऐं तै। Faic an caibideilकुल्वी4 तुसै ज़ुण मूसै रै बिधाना रै मनणै रै ज़रियै धर्मी ठहराईणा चाहा सी, तुसै आपु बै मसीह न होर परमेश्वरा रै अनुग्रह न अलग केरा सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 पर तमें जोह व्यवस्था संघा धर्मी हूँणा चाहंदा मसीहा का अलग होर अनुग्रहा का पड़ीदे हो। Faic an caibideil |