इफिसियों 1:4 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान4 अह आसा इहअ कि स्वर्ग और पृथूई बणांणैं का पैहलै ई छ़ांटै तेऊ हाम्हैं मसीहा पिछ़ू आप्पू लै। ताकि हाम्हैं पबित्र होए और हाम्हां दी निं लोल़ी तेऊ का किछ़ै दोश शुझुअ। Faic an caibideilकुल्वी4 दुनिया बनाणै न पैहलै परमेश्वरै आसै पैहलै न ओरु तेइरा होंणै री तैंईंयैं, मसीह न चुनू सा, कि आसै तेइरी नज़री न पवित्र होर निर्दोष होलै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम4 जेड़ा तेऊ हामा बे संसारा री उत्पति का पहिले त्या में चुनी कि हामे तेऊ नेड प्रेम, पवित्र होर निर्दोष होए। Faic an caibideil |
पर तम्हैं निं तिहै आथी, तम्हैं आसा परमेशरे आप्पू लै छ़ांटै दै। तम्हैं आसा तेऊ परमेशरे परोहित ज़ुंण राज़अ आसा। तम्हैं आसा पबित्र और परमेशरे आपणैं खास लोग ज़ुंण परमेशरे सेऊआ करा। तेऊ शादै तम्हैं न्हैरै मांझ़ा का महान प्रैशै लै ताकि तम्हैं परमेशरे महान कामें बारै सोभी लोगा का खोज़ी सके। (लुआह 19:5-6; बधान 7:6; 14:2; याशायाह 9:2; 43:20-21)
“ज़हा पशू तूह एभै भाल़अ आसा लागअ द, अह रहा त पैहलै पर ऐबै निं रहणअ, अह निखल़णअ नथहऐ कूंडा का बागै और परमेशरा करनअ अह ऐबै सदा लै खतम। तेखअ पृथूई दी रहणैं आल़ै ज़सरै नांअ संसारे मूल़ हणें बगती ज़िन्दगीए कताबा दी निं आथी लिखै दै, ज़ांऊं तिन्नां एऊ पशूए दशा भाल़णीं ता तिंयां प्राछणैं। अह रहा त पैहलै और एभै निं अह आथी पर अह एछणअ एकी बारी भी। (प्रगट की दी गल्ला 17:11)