कुलुस्सी 3:19 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान19 ओ मर्धो, आपणीं-आपणीं लाल़ी संघै करा झ़ूरी और तिन्नां लै निं काठै रहा बणीं। Faic an caibideilकुल्वी19 हे लाड़ैओ, आपणी-आपणी लाड़ी सैंघै झ़ुरी रखा, होर तिन्हां सैंघै झ़िक मता केरदै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम19 हे मर्दो, आपणी-आपणी बेटड़ी संघा प्रेम डाहा, होर त्याह संघा हठ नांई करा। Faic an caibideil |
तिहअ ई ओ मर्धो, तम्हैं बी ज़िऊआ आपणीं बेटल़ी संघै जोग-सजोग डाही आपणीं लाल़ी संघै ज़िन्दगी। तम्हैं डाहणीं अह गल्ल आद कि तिंयां निं तम्हां ज़ेही पाक्की आथी। तैही करनअ तिन्नों अदर। किल्हैकि परमेशरै ज़ुंण दान आपणैं जशा करै आसा दैनअ द, तम्हैं आसा दुहै तेथ साझ़ू, और सह आसा सदा लै ज़िन्दगी। तम्हैं करै इहअ तै कि ज़ेभै तम्हैं प्राथणां करे तेभै परमेशर थारी शुणें।