कुलुस्सी 2:21 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान21 ऐबै किल्है रहा तम्हैं इहै बधाने बशै पल़ी? कि अह निं छुंहणअ, सह निं च़ाखणअ और एथ निं हाथ लाई! Faic an caibideilकुल्वी21 कि ऐ नी छ़ुँगणा, ऐ नी खाँणा, होर औखै हौथ नी लाणा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम21 कि यह नांई छुना, तेता नांई चखे, होर तेऊ हाथ नांई लाए? Faic an caibideil |