शधाणूं 7:51 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान51 “हे हठू और काना-मनें टौणैं लोगो, तम्हैं करा सदा पबित्र आत्मों बरोध। ज़िहअ थारै पित्तर करा तै, तम्हैं बी करा तिहअ ई। (लुआह 32:9; 33:3-5; लेबी बधान 26:41; गणांई 27:14; याशायाह 63:10; यिर्मयाह 6:10; 9:26) Faic an caibideilकुल्वी51 “हे हठी, होर मन होर कोनै रै खतनारहित लोको, तुसै सदा पवित्र आत्मा रा बरोध केरा सी। ज़ैण्ढा तुसरै बुज़ुर्ग केरा ती, तैण्ढाऐ तुसै भी केरा सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम51 हे हठीले होर मना होर कनेटा रे खतना रहित लोकाे तमा सदा पवित्र आत्मा रा बिरोध करू जेड़ा थारे बजुर्ग करदा, तेहडा तमे भी करू। Faic an caibideil |