शधाणूं 7:26 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान26 “दुजै धैल़ै ज़ांऊं तिन्नां आप्पू मांझ़ै झ़गल़अ पल़अ ता सह आअ तिधी और तिन्नां लागअ आप्पू मांझ़ै मिल़ी-ज़ुल़ी करै रहणा लै समझ़ाऊंदअ कि हे मणछो, तम्हैं ता आप्पू मांझ़ै भाई-भाई आसा, एकी दुजै लै किल्है आसा लागै दै ज़ुल्म करदै? Faic an caibideilकुल्वी26 दुज़ै ध्याड़ी ज़ैबै ते आपु न लड़दै लागै ती ता सौ तौखै आऊ होर समझ़ाऐ कि तुसै ता भाई-भाई सी तुसै एकी होरी सैंघै किबै लड़ा सी? Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम26 दूजी धयाडी त्या तेवा आपु में लडदे लागे थी, तेबा सह तखे आऊअ होर एडा बोली करे त्यावे आपु में मेल करणे वे बोलू, हे पुरुषों, तमें भाई-भाई साहा, एकी दूजे पैंदे किवे लाईदी बुराई करनी? Faic an caibideil |