शधाणूं 6:1 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान1 तिन्नां धैल़ै ज़ांऊं खास्सै लोग विश्वासी बणैं ता यूनानी बोली बोल़णैं आल़ै विश्वासी लागै इब्रानी बोली बोल़णैं आल़ै लै बोलदै कि हर धैल़ै निं ढबै-धेल्लै और खाणैं-पिणैं दी म्हारी बिधबा बेटल़ीओ ईंयां च़ेल्लै मांझ़ै कोहै धैन-खैल करदअ। Faic an caibideilकुल्वी1 तिन्हां ध्याड़ै न ज़ैबै च़ेले बोहू होंदै लागै ता यूनानी भाषा बोलणू आल़ै च़ेले इब्रानी भाषा बोलनु आल़ै च़ेले पैंधै कुड़कुड़ांदै लागै कि हर रोज़ै री सेविकाई न आसरी विधवै री कोई सुधि नी लेंदा। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम1 त्या धयाडी जेबा चेले बढ़दे लागे थी, तेबा यूनानी भाषा बोलन आले इब्रानी भाषा बोलन आले बे कुडकुडाई बोलदे लागे बोलदे लागे रोज-रोज की सेबकाई में माह री बिधबा कोहे नांई पुछदअ। Faic an caibideil |