शधाणूं 4:9 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान9 “हे लोगो, सरदारो और मुखियै लोगो, एऊ दुबल़ै, लाट्टै मणछा संघै ज़ुंण भलाई हुई, ज़ै आझ़ हाम्हां का एते बारै आसा पुछ़-ज़ाच़ लाई दी करी कि अह ऐहा बमारी का किल्है और किहअ करै बच़अ? Faic an caibideilकुल्वी9 “ओ लोका रै प्रधानो होर पराणै बजुर्गो ऐई कमज़ोर मांहणु सैंघै ज़ो भलाई हुई सा अगर औज़ आसा न तेई रै बारै न पुछ़ताछ केरा सी कि सौ कैण्ढै ठीक हुआ। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम9 हे लोका रे सरदारों होर बजुर्गाे, एऊ कमजोर मणशा सगे जोह भलाई करी दी आसा, ज़ेबा हामा कअ तेऊरे बारे में न्याय पूछ-ताछ करे, कि सह केहडी तरह ठीक होऊ, Faic an caibideil |