शधाणूं 4:16 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान16 “इना मणछा संघै कै करनअ? किल्हैकि येरुशलेम नगरीए रहणैं आल़ै का गअ बडै भारी लोगा का थोघ लागी कि इना करै हेरअ एक च़मत्कारो नछ़ैण रहैऊई और हाम्हैं बी निं एसा गल्ला लै हुधूई सकदै। Faic an caibideilकुल्वी16 “कि आसा इन्हां मांहणु सैंघै कि केरना?” किबैकि “इन्हैं ज़ो च़मत्कार केरू सौ यरूश्लेम शैहरा न रौहणु आल़ै सैभी लोका सामनै प्रगट सा होर आसै तेथा रा नाँह नी केरी सकदै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम16 हामा याह मणशा संघे कह करणा? किबेकी यरूशलेमा में रहणआले अखे साहा, कि याह सबे प्रसिद्ध चिन्ह रिहाऊणे, होर हामा एतका कअ मना नांई करी सकदे। Faic an caibideil |