शधाणूं 28:30 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान30 तेखअ रहअ पल़सी पूरी दूई साला तैणीं आपणैं कराऊऐ दैई करै एकी घरा दी। Faic an caibideilकुल्वी30 होर सौ पूरी दुई बौर्षा तैंईंयैं आपणै किराऐ रै घौरा न रौहू। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम30 होर सह पुरे दुई साला आपणे किराए रे घरा में रहू। Faic an caibideil |