शधाणूं 28:18 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान18 तिन्नैं च़ाहअ हुंह मेरी पुछ़-ज़ाच़ करी करै छ़ाडणअ बी, किल्हैकि मुल्है निं मौत दैणैं जोगी किछ़ै दोश त। Faic an caibideilकुल्वी18 तिन्हैं हांऊँ जाँच केरिया छ़ौड़णा चाहू किबैकि मूँ न मौऊती रै लायक कोई दोष नी ती ऑथि। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम18 त्याहे हांउ परेखी करे छाडण चाहू किबेकि माह में मृत्यु लायक कोई दोष नांई आंहदा थी। Faic an caibideil |