शधाणूं 28:12 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान12 सारकुस नगरी पुजी करै रहै हाम्हैं लंगर पाई चिई धैल़ै तिधी। Faic an caibideilकुल्वी12 सुरकूसा शैहरा न लँगर लाइया आसै त्रा रोज़ा तैंईंयैं रौहै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम12 सरकुसा में लंगर डाही हामे चीई धयाडी तखी रही। Faic an caibideil |