शधाणूं 27:8 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान8 तेते बाढै-बाढै बडी मसीबता दी च़ली करै शुभ लंगरबारी नांओंए एकी ज़ैगा दी पुजै, तिधा का आसा ती लुसिया नगरी नेल़। Faic an caibideilकुल्वी8 होर तेइरै कनारै-कनारै मुश्किला सैंघै च़लिया शुभ लँगरबारी नाँ री ज़ैगा न पुजै ज़ौखै न लसिया नगर नेड़ ती। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम8 होर तेऊरे किनारे-किनारे चली करे शोभली बंदरगाह रे एकी जागहा पूजे, जखा का लसैया नगर नेड थी। Faic an caibideil |