शधाणूं 27:13 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान13 ज़ांऊं दखण दिशा बाखा सुलै-सुलै बागरी लागी ता इहअ समझ़ी करै कि म्हारअ मतलब हुअ पूरअ, तिधा का लंगर च़की लागै क्रेतै टापुए बाढै-बाढै आजू डैऊंदै। Faic an caibideilकुल्वी13 ज़ैबै दक्षिणी बागर सुल्है-सुल्है होन्दी लागी ता तिन्हैं ऐण्ढा सोच़िया कि तिन्हां फिनिक्स बन्दरगाह न पूजणा ज़ैण्ढा तिन्हैं पैहलै सोच़ु ती। आसरा मतलब पुरा हुआ तौखै न लंगर च़कू होर कनारै-कनारै ढौकिया क्रेतै टापू होईया जहाज़ा न ज़ाँदै लागै। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम13 जेबा कुछ-कुछ दक्षणी हाबा बंहंदी लागी, तेबा यह समझी करे कि माहरा आभिप्राय यह पूरा होऊ, लंगर चुआकू होर किनारे-किनारे क्रेता सेटा होइकरे नांहदे लागे। Faic an caibideil |