शधाणूं 26:29 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान29 पल़सी बोलअ, “परमेशरा का आसा मेरी प्राथणां कि कै थोल़ै दी और कै खास्सै दी, सिधअ तूह ई निं पर ज़ेतरै लोग आझ़ मेरी गल्ला शूणैं आसा लागै दै, सोभ लोल़ी इना गल़ैऊंडी छ़ाडी करै मुंह ज़िहै हुऐ।” Faic an caibideilकुल्वी29 पौलुसै बोलू, “परमेश्वरा आगै मेरी प्रार्थना सा, कि थोड़ै, कि बोहू सिर्फ़ तू नी बल्कि ज़ेतरै लोका औज़ मेरी शुणा सी ते इन्हां बन्धन छ़ौड़िआ मूँ सांही होलै।” Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम29 पौलुसे बोलू, परमेश्वरा कअ मेरी प्रार्थना साहा कि कैह थोड़े में कैह बहू में केबल तूह ही नांई पर जेतरे लोका आज मेरी शुंणदा, याह बंधन छाडी त्याह माह जेडे होये। Faic an caibideil |
तम्हैं ज़ाण्हिंआं इहै कि तम्हां का आसा सोभै आत्मिक च़िज़ा ज़ेते तम्हां गरज़ ती। तम्हैं समझ़ा इहअ कि तम्हां का आसा तिंयां सोभै गल्ला पैहलै ई का ज़ुंण पबित्र आत्मां लोगा लै दैआ। तम्हैं समझ़ा इहअ कि हाम्हां बाझ़ी आसा तम्हैं पैहलै ई का राज़ै ज़िहै राज़ करदै लागै दै। ज़ै तम्हैं असली दी हेरअ राज़ै ज़िहअ राज़ करनअ शुरू करी ता मुंह हणीं एसा गल्ले खुशी, हाम्हैं बी सका तम्हां संघै राज़ करी।