शधाणूं 24:3 - बाघली सराज़ी नऊंअ बधान3 ताह और तेरै बधाना मना हाम्हैं हर ज़ैगा और हर गल्ला दी शूकर करी। Faic an caibideilकुल्वी3 ऐसा गैला बै आसै हर ज़ैगा न धन्यवादा सैंघै मैना सी। Faic an caibideilईनर सराजी मे नया नियम3 एबा हामा हर फैलिक्स जागह होर हर तरहा का धन्यबादा संघे मानदा। Faic an caibideil |